आपने आये दिन न्यूज़ में RSS का नाम जरुर सुना होगा. ऐसे में बहुत से लोगो को नहीं पता के आखिर ये RSS क्या है, RSS full form in Hindi क्या होता है, What is RSS in India आरएसएस का इतिहास क्या है और RSS से कैसे जुड़ें. इस लेख में हम आपको RSS के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देंगे. पोस्ट को अंत तक ध्यान से पढ़ें.
RSS Full Form in Hindi (आरएसएस का मतलब क्या होता है?)

आरएसएस का फुल फॉर्म “Rashtriya Swayamsevak Sangh” है. हिंदी भाषा में इसे “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ” के नाम से जाना जाता है. आरएसएस भारत देश का एक हिन्दू राष्ट्रवादी, स्वयंसेवक, अर्धसैनिक संगठन हैं. यह संघ RSS के नाम से लोकप्रिय है. RSS संगठन भारतीय संस्कृति के महत्व और नागरिक समाज के मूल्यों को बनाए रखने में बढ़ावा देता है. बीबीसी के हिसाब से RSS विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संस्थान है.
यह एक गैर सरकारी संगठन है जिसका लक्ष्य भारत देश को आर्थिक, सामाजिक या फिर पर्यावरण से जुड़ी समस्याओ से लड़ने के लिए मजबूत बनाना और सभी समस्याओ का समाधान करने के लिए सही रास्ता निकालना है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत देश में तेज़ी से बढ़ रहा है, और अपने काम को लगातार पूरा कर रहा है. इस संघ के द्वारा किये गए कार्य ज्यादातर स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यावरण, नागरिक मुद्दों, ग्रामीण विकास, गौ रक्षा, सांस्कृतिक और साहित्यिक विकास से जुड़ें होते है. सरल शब्दों में कहें तो आरएसएस का लक्ष्य हिन्दू धर्म को बढ़ावा देना है, और आने वाली पीड़ीयों के अन्दर हिन्दू संस्कार को बनाये रखना है.
RSS full form in English – Rashtriya Swayamsevak Sangh
RSS full form in Hindi – राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
आरएसएस का इतिहास क्या है?
27 सितंबर, 1925 को विजयादशमी वाले दिन आरएसएस की स्थापना डॉ केशव हेडगेवार द्वारा की गयी थी. RSS की स्थापना के 75 साल बाद सन् 2000 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में NDA की मिलीजुली सरकार भारत की केन्द्रीय सत्ता पर आसीन हुई. आरएसएस का मुख्यालय महाराष्ट्र के नागपुर में स्थित है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा विजयादशमी का त्यौहार बड़े जोरो शोरो से मनाया जाता है. क्योंकि इस दिन इस पार्टी को स्थापित किया गया था.
RSS (आरएसएस) ज्वाइन कैसे करें?
आरएसएस से जुड़ना बड़ा आसान है. आप ऑनलाइन इनकी वेबसाइट पर जाकर फॉर्म भरकर जमा कर सकते हैं. कुछ दिन आपको इंतज़ार करना है. उसके बाद आपके पास एक मेसेज आएगा की आप RSS से जुड़ चुके हैं. आप अपना आईडी कार्ड लेने के लिए पास की किसी भी शाखा में जा सकते हैं. इसके अलावा आप इनके द्वारा करायी जा रही गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं. जो की दैनिक, साप्ताहिक और मासिक रूप से आरएसएस द्वारा समय-समय पर करवाई जाती रहती हैं. जैसे की सूर्य नमस्कार, व्यायाम, परेड, खेल, भजन गीत आदि.
RSS kaise join kare इसके लिए आप इनकी शाखा को भी विजिट कर सकते हैं जो की आपको हर क्षेत्र में मिल जायेंगी. यहाँ पर आप RSS से जुड़ने के लियें इनका फॉर्म भरकर आगे की प्रक्रिया को पूरा कर सकते हैं. इसके लिए आपको किसी तरह की कोई फीस या फिर मेम्बरशिप नहीं लेनी होती. इससे जुड़ना एकदम फ्री है. RSS लम्बे समय से 18 वर्ष से कम आयु वाले बच्चो के लिए बाल भारती और बालगोकुल कार्यक्रम चला रही है. जिसका लक्ष्य बच्चो के अन्दर देश भावना और RSS की सोच और उनके विचारो को जागृत करना है.
आरएसएस से जुड़ने के फायदे?
RSS से जुड़ने के बहुत से फायदे हैं. इस संघ से जुड़ने के बाद आपको बहुत सी सुविधाएँ प्राप्त होंगी. जैसे की आप RSS के किसी भी शिविर में फ्री एंट्री ले सकते हैं. आरएसएस से जुड़े संघठन में भाग ले सकते हैं. इनके द्वारा चलाये जा रहे स्कूल में अपने बच्चो को पढ़ा सकते हैं. इसके अलावा अगर आप RSS में अच्छा काम करते हैं तो आपको किसी बड़े पद के लिए भी चुना जा सकता है. ऐसी बहुत सी सुविधाएँ आपको आरएसएस से जुड़ने पर मिलती हैं.
निष्कर्ष
दोस्तों, इस लेख में हमने आरएसएस क्या है, Full form of RSS, RSS full form in Hindi, RSS full form in Politics, आरएसएस का इतिहास, आरएसएस कैसे ज्वाइन करें और इससे जुड़ने के क्या फायदे है. इसकी पूरी जानकारी दी है. उम्मीद करते हैं लेख आपको पसंद आया होगा और RSS के बारे में आपको डिटेल जानकारी प्राप्त हुई होगी. लेख को सोशल मीडिया पर जरुर शेयर करें. जिससे बाकी लोग भी RSS की फुल फॉर्म क्या है जान सकें.
ऐसी जानकारी के लिए आप मुझे नीचे दिए गए Facebook Page पर भी follow कर सकते हैं.
स्वस्थ रहें, खुश रहें!!!
ये भी पढ़े:-